वो मिला......
मिला वो धूप में छाव के जैसासर्दी में उस आग के जैसा
न रहा ख्वाब,न ही तम्मना
मिला वो उस बरसात के जैसा
तन्हाई में यार के जैसा
दुख में हर पल खुशी के जैसा
मिला वो खुद की छाव के जैसा
रास्तों पर हमसफ़र के जैसा
सुनी सड़को पर एहसास हो जैसा
घुला चाय में चीनी के जैसा
वो मिला खामोशी में आवाज के जैसा
Vijay Rawat...