उद्देश्य : प्रयोजन, हेतु, निमित्त, ध्येय, लक्ष्य
• उत्तम : श्रेष्ठ, उत्कृष्ट, प्रवर, बढ़िया, प्रकृष्ट*
• उदाहरण : नज़ीर, नमूना, मिसाल, दृष्टांत
• उत्कंठा : आतुरता, चाव, प्रबलेच्छा, उत्सुकता, लालसा
• उजाड़ : निर्जन, बरबाद, सुनसान, बियाबान, वीरान
• उपवन : उद्यान, वाटिका, गुलशन,बाग,बगीचा(UPRO/ARO: 10)
• उल्लू : उलूक, लक्ष्मीवाहन, कौशिक, चुगद, घुग्घू
• उतार : अधोगमन, अवहरण, अवरोहण ऊँट : महाग्रीव, लंबोष्ठ, उष्ट्र, क्रमेलक, करभ*
• ऊँचा : उत्तुंग, बुलंद, ऊपर, उच्च (UKPSC)
• किसान : कृषक, हलधर, भूमिपुत्र, अन्नदाता (BPSC:M:474)
कपड़ा : पोशाक, लिबास, चीर, बसन, अंबर, पट,
( UPAPO :M : 15) दुकूल, परिधान
कर्ण:अंगराज, राधेय, सूतपुत्र, सूर्यपुत्र
★ कल्पवृक्ष: हरिचंदन, कल्पद्रुम, मंदार, कल्पतरु,
सुरतरु, देववृक्ष
• कमल: पारिजात,अंबुज, नीरज्ञ, पंकज, जलज, सरोज, वारिज, इंदीवर) (नीला कमल) शतदल, नलिन, उत्पल तामरस) (UP PCS :14) सारंग, शतपत्र, कोकनद (लालकमल) राजीव, पद्म, कुंज, अब्ज, पुंडरीक (श्वेत कमल)
• कनक : हेम, हाटक, हिरण्य, स्वर्ण, सोना, कंचन, कलधौत, (स्वर्ण) जातरूप, तामरसे कुंदन
• काम : कार्य, कर्म, कृत्य, क्रिया, करनी, कारोबार, व्यवसाय, रोजगार
• किरण अंशु, मरीचि, मयूख, कर, रश्मि, प्रभा, दीधिति
कामदेव : रतिपति, स्मर, मीनकेतु, मार (UPRO /ARO: 10)मनसिज, पंचशर, पुष्पधन्वा, कुसुमशर, अनंग, कंदर्प, मनोज, सारंग, शम्बरारि, केतन
कबूतर : कपोत, हारीत, परेवा, रक्तलोचन पारावत
कुबेर.: यक्षराज, धनपति, धनेश, अलंकेश, धनद, किन्नरेश
• कुत्ता : कुक्कुर, कूकर, मृगारि, सोनहा, सारमेय, श्वान, गंडक, शुनक
कीचड़ : गारा, पंक, कर्दम, कीच • किनारा : पुलिन, तट, छोर, सिरा, पर्यंत, तीर, कूल, बेलातट
• कृष्ण : वनवारी, द्रामोदर, माधव, मुकुंद, ब्रजवल्लभ, कंसारि, मधुसूदन, नंदनंदन, गिरिधर, श्याम, मोहन, केशव,पद्मनाथ, गोविन्द,
कौआ: काक्र, वायस, करट, काण, करकट, पिशुन, काग, एकाक्ष
● कोयल : श्यामा, बसंतदूत, वनप्रिय, कोकिल, पिक, काकपाली, कलापी, सारंग, परभृत
केश चश्म, मेचक, बाल, कच, कुंतल, चिकुर, काकुल, अलक, शिरोरुह
• कोष : ख़ज़ाना, आकर, जखीरा, निधि, भंडार
■ केला : रंभा, कदली, भानुफल, गजवसा, कुंजरासरा, मोचा
क्रोध: कोप, आक्रोश, गुस्सा, रिस, अमर्ष (UPRO/ARO :
क्रूर:निर्मोही, बर्बर, निष्ठुर, नृशंस, निर्दय
खल: दुष्ट, दुर्जन, कुटिल, धूर्त, शठ, उधम, पामर, नीन
ख़ून : लहू, शोणित, रक्त, रुधिर
• खिड़की: गवाक्ष, वातायन, झरोखा, बारी, दरीचा, अंतर्दद्वार
• गन्ना : ऊख, ईख, ईक्षु, पौंडा
• गाय: गौ, गौरी, गैया, गऊ, पयस्विनी, धेनु, सुरभी, भद्रा
गृह: आवास, आगार, आलय, घर, गेह (UPPCS: 14)
धाम, भवन, निकेतन, सदन, निलय, मंदिर, वासशाला
● गजानन : : गजवदन, भवानीनंदन, विनायक, दामोदर, एकदंत, मूषकवाहन,हेरंब, गिरिजानंदन, वक्रतुंड, गणेश, गणपति, लंबोदर,
गरीब: अकिंचन, दीन, कंगाल, दरिद्र, निर्धन : घमंड, अकड़, दंभ, अभिमान, दर्प
गर्व:गौरव गुरुता, सम्मान, मान, महत्त्व, बड़प्पन
गुप्त : अदृश्य, अप्रकट, प्रच्छन्न, गूढ़, अप्रकट
● गंगा: जाह्नवी, सुरसरि (jhPCS: M:07), ध्रुवनंदा, देवपगा,
अलकनंदा, विष्णुपदी, जहनुतनया, त्रिपथगा, देवनदी, मंदाकिनी
• गदहा : गर्दभ, खर, धूसर, वेशर, चक्रीवान, रासभ, , वैशाखनन्दन
• घृणा : नफ़रत, अरुचि, घिन, जुगुप्सा
घेरा : चक्कर, दायरा, वृत्त, वलय, मंडल
• घड़ा : कलश, कुंभ, घट, मटका : नवनीत, आज्य, अमृत, सर्पि, हव्य, घृत
चंदन : दिव्यगंध, हरिगंध, दारुसार, गंधराज, गंधसार,
सर्पावास, मांगल्य, मलय, श्रीखंड
• चतुर : विदग्ध, विज्ञ, दक्ष, निपुण, चालाक, पटु, प्रवीण, नागर, कुशल,
चाँदी : रूपक, रूपा, रौप्य, रूप्य, कलधौत, रजत।
चाँद : राकापति, रजनीपति, निशानाथ, तारकेश्वर, महताब, शशि, निशाकर, कलानाथ, सोम, सुधाकर, सुधांशु, हिमांशु, राकेश, शशांक, मृगांक, सारंग(UPAPO: M:06)
चाँदनी : कलानिधि, ज्योत्स्ना, कौमुदी, चंद्रिका, हिमकर, चंद्रमरीचि, अमृतद्रव, विधु
• चरण: पग, पाद, पाँव, पैर, पद
• चोर : कुम्भिल, काभिज, खनक, रजनीचर, तस्कर, मौषक (JhPCSM:07)
चिह्न : लक्षण, पहचान, निशान, अलामत
• छिद्र : रंध्र, सुराख, छेद
• जड़ : अचेतन, स्थावर, अचर, प्राणरहित, निर्जीव
जीभ : ज़बान, जिह्वा, रसना, रसज्ञा, रसिका