सरकार की किसी योजना, निर्णयों, आदेशों, सूचनाओं, शासकीय घोषणा, निर्देशों आदि के संबंध में सार्वजनिक रूप से प्रकाशित सूचना 'विज्ञप्ति' अथवा 'अधिसूचना' कहलाती है।
इसे सर्वसाधारण तक पहुंचाने के लिए दैनिक समाचार पत्रों, वेबसाइट, सोशल मीडिया, पोस्टर, प्रेस विज्ञप्ति आदि माध्यमों का प्रयोग किया जाता है। विज्ञप्तियों का प्रयोग नियुक्तियों, रिक्तियों, स्थानान्तरण, पदोन्नति, पदानवति, वेतन वृद्धि, साक्षात्कार, चुनाव, अधिनियम एवं विधि के प्रवर्तन आदि में किया जाता है। इनका प्रयोग किसी व्यक्ति विशेष अथवा प्राधिकारी विशेष के लिए नहीं किया जाता है। इनका सरकारी गजट में प्रकाशन अनिवार्य होता है।
शासकीय पत्राचार में सामान्यतः दो प्रकार की विज्ञप्ति जारी की जाती है-
1. प्रशासनिक प्रकार की विज्ञप्ति (Executive)
इन विज्ञप्तियों का प्रयोग विभिन्न प्रशासनिक कार्यो (पदोन्नति, पदानवति, वेतनवृद्धि, स्थानान्तरण, नियुक्तियों रिक्तियों इत्यादि) में किया जाता है। इस पर विभागीय प्राधिकारी के हस्ताक्षरहोते हैं।
2. सांविधिक प्रकार की विज्ञप्ति (Statutory)
ये विज्ञप्तियां शासकीय नीतियों अथवा निर्णयों से संबंधित होती हैं। इन पर राष्ट्रपति अथवा राज्यपाल के हस्ताक्षर होते हैं।
विशेताएँ: विज्ञप्ति / अधिसूचना की मुख्य विशेषताएँ अधोलिखित है।
1. इसका उद्गम सदैव सर्वोच्च प्राधिकारी के स्तर से होता है।
2. इनका संचालन एक आयामी होता है, अर्थात् सर्वोच्च अधिकारी के स्तर से उद्गमित होकर सर्वसाधारण के गंतव्य तक।
3. इसकी विषय-वस्तु सदैव शासकीय कार्य व्यवहार से जुड़ी होती है।
4. इन्हें अन्यपुरुष की भाषा में तटस्थ भाव से अभिव्यक्त किया जाता है।
5. इसका पालन तब तक आवश्यक नहीं होता जब तक कोई विज्ञप्ति के दायरे में न आये। सामान्यतः युक्ति संगत कारणों के बिना अनुलंघनीय होता है।
6. विज्ञप्तियों के माध्यम से लोकतांत्रिक व्यवस्था में शासकीय जनदायित्व पूरा होता है।